निरहुआ ने पहना नए भारत कुमार का चोला, ‘फसल’ के ट्रेलर में बिचौलियों से जूझते नजर आए दिनेश लाल

राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़े के मुताबिक साल 1995 से लेकर साल 2013 के बीच देश में 2,96,438 किसानों ने आत्महत्या कर लीं। किसानों के हितों को लेकर सरकार की तरफ से बहुत सारी योजनाएं भी शुरू हुईं। लेकिन, सवाल वहीं कि उन योजनाओं का एक आम इंसान को कितना लाभ मिल पा रहा है। भोजपुरी अभिनेता और संसद दिनेश लाल यादव निरहुआ और आम्रपाली की फिल्म ‘फसल’ देश के किसानों की दशा और दुर्दशा पर आधरित है। इस फिल्म का ट्रेलर सोमवार को रिलीज कर दिया गया।

फिल्म ‘फसल’ के ट्रेलर की शुरुआत फिल्म नायक और नायिका के खेत में काम करने से होती है। नायक और नायिका की बेटी स्कूल से पढ़कर खेत में अपने माता -पिता से मिलने आती है। पिता पूछता है, ‘आज स्कूल में का पढलू बेटी?’ बेटी कहती है, ‘आज स्कूल में पढली ह कि हमार देश 15 अगस्त के आजाद भइल रहल।’ बाप निराश मन से कहता है, ‘देश त 15 अगस्त के आजाद हो गईयल, पता नही हमनी के आजादी कब मिली।’ ट्रेलर में आगे दिखया गया है कि खेत के लहराते फसल को देखते हुए नायिका कहती है,  ‘इ फसल हमनी के चीख-चीख के कहत बा कि अब हमनी के दुख क दिन बीत गइल।’
फिल्म की कहानी में इसके बाद ट्विस्ट आता है। फिल्म ‘फसल’ के ट्रेलर में दिखाया गया है कि बिचौलिए आते हैं और फसल को बेचने की बात करते हैं। नायक मंडी में जाता है और कहता है, ‘सरकारी रेट से एक पईसा भी कम रेट में फसल नहीं बेचब।’ इसके बाद उसकी फसल को जला दिया जाता है और पूरा परिवार दाने-दाने को मोहताज हो जाता है। फिल्म के ट्रेलर में किसानों की वास्तविक स्थिति किसानों के परिवार के ऊपर पड़ने वाली प्राकृतिक मार और उससे संघर्ष की गाथा को दिखाया गया है।
अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ कहते हैं, ‘आज भी देश का अन्नदाता बिना अन्न के है। हमारी सरकारें देश के किसानों के लिए बहुत कुछ कर रही हैं, लेकिन सवाल वही है कि उसका फायदा उनको कितना मिल पा रहा है। भारत सरकार की नई स्कीम के तहत किसानों के खाते में हर चार महीने के अंतराल पर 2000 रुपये की तीन किस्तों के रूप में 6000 रुपये साल भर में डाले जा रहे हैं। यह लाभ तो किसानों को मिल रहा है, लेकिन इसके अलावा भी देश के किसानों की बहुत सारी समस्याएं हैं, जो इस फिल्म के माध्यम से देखने को मिलेंगी।’
पति पत्नी जिंदगी के दो पहिए के समान हैं। अगर एक पहिया कमजोर पड़ जाए, तो जिंदगी कभी खुशहाल नहीं हो सकती है। फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि दिनेश लाल यादव निरहुआ की पत्नी की भूमिका निभा रहीं आम्रपाली दूबे एक आदर्श पत्नी की तरह अपने पति से कंधे से कंधा मिलाकर चलती हैं। वह कहती हैं, ‘यह फिल्म न सिर्फ देश के किसानों के बीच जागरूकता लाएगी, बल्कि सरकारी तंत्र की आखें खोलेगी। वहीं देश की महिलाओं के लिए भी बहुत ही खूबसूरत संदेश देने की कोशिश की गई है कि एक पति के सुख-दुख की सहभागी होने के नाते पत्नी का क्या-क्या कर्त्तव्य हो सकता है।’
फिल्म ‘फसल’ के लेखक-निर्देशक  पराग पाटिल हैं। इस फिल्म में दिनेश लाल यादव निरहुआ और आम्रपाली दूबे के आलावा संजय पाण्डेय, विनीत विशाल, अयाज खान और अरुणा गिरी की मुख्य भूमिकाएं हैं। इस फिल्म के संगीतकार ओम झा और आर्या शर्मा हैं। फिल्म के गीत प्यारेलाल यादव, अरविंद  तिवारी, विजय चौहान और विमल बावरा ने लिखे हैं, जिन्हें नीलकमल सिंह, प्रिया सिंह राजपूत, ममता राउत, और शिल्पी राज ने गाया है।